श्रेष्ठ कार्य के लिये मध्य प्रदेश की सात सहकारी संस्थाएँ हुई सम्मानित
भोपाल। गोंडवाना समय।
प्रदेश की सात सहकारी संस्थाओं को श्रेष्ठ कार्य के लिए राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम की पुरस्कार योजना में समन्वय भवन भोपाल में पुरस्कृत किया गया। प्रमुख सचिव सहकारिता श्री अजीत केसरी ने संस्थाओं को पुरस्कार राशि और सम्मान-पत्र प्रदान किये। पंजीयक एवं आयुक्त सहकारिता श्री केदार शर्मा और अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक श्री प्रदीप नीखरा भी उपस्थित थे। प्रमुख सचिव श्री केसरी ने पुरस्कृत सहकारी संस्थाओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वे अपने सफल कार्यों की जानकारी अन्य संस्थाओं को भी दे जिससे सहकारी क्षेत्र में अच्छे कार्यों के लिए प्रेरणा मिले। श्री केसरी ने कहा कि उत्कृष्ट सहकारी संस्थाओं की महिला सदस्य अपने कार्य अनुभव अन्य सहकारी संस्थाओं से बाँटेंगी तो महिला सशक्तीकरण में भी सहयोग मिलेगा। सहकारिता आयुक्त श्री केदार शर्मा ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में कार्य के लिये सम्मान मायने रखता है। उन्होंने पुरस्कृत संस्थाओं द्वारा आने वाले वर्ष में अन्य पात्र संस्थाओं को पुरस्कृत करने के लिये अनुशंसा का आग्रह किया जिससे उत्कृष्ट कार्य का सम्मान हो सके। प्रांरभ में राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम के क्षेत्रीय निर्देशक श्री आर. के. लाला ने बताया कि निर्धारित प्रक्रिया से सहकारी संस्थाओं द्वारा पुरस्कार के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित कर चयन समिति द्वारा संस्थाओं का चयन किया गया।
इन समितियों का हुआ सम्मान
पुरस्कार के लिये चुनी गई संस्थाओं में प्राथमिक कृषि सहकारी साख समिति क्षेत्र में आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था सौरवा, अलीराजपुर को 25 हजार का प्रथम और आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था चांदपुर, अलीराजपुर को 20 हजार रुपये का द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया। महिला श्रेणी में इंदौर की स्वश्री महिला साख सहकारी संस्था की श्रीमती मनोरमा जोशी को 25 हजार का प्रथम और डिण्डौरी जिले की समनापुर की रानी दुर्गावती मुर्गी पालक सहकारी समिति को 20 हजार रुपये का द्वितीय पुरस्कार दिया गया। विपणन क्षेत्र में झाबुआ जिले के पेटलावद की विपणन सहकारी संस्था को 25 हजार का प्रथम और इंदौर जिले के राऊ की सहकारी शीतगृह संस्था को 20 हजार रुपये का द्वितीय पुरस्कार दिया गया। थ्रिफ्ट क्षेत्र में सदगुरू साख सहकारी संस्था धार को पुरस्कृत किया गया।
सहकारी संस्थाओं की उपलब्धियाँ
पुरस्कृत सहकारी संस्थाओं में मुगीर्पालन व्यवसाय का सफलता से संचालन कर अपनी सदस्यों को लाभांवित करने वाली डिंडोरी जिले की समनापुर सहकारी समिति भी शामिल है जिसके सदस्यों ने न सिर्फ लाभ कमाया बल्कि अन्य संस्थाओं को भी इसकी प्रेरणा दी। समिति के सदस्यों ने बताया कि समिति को निरन्तर आगे बढ़ाने का संकल्प है। इसी तरह इंदौर की स्वश्री महिला साख सहकारी संस्था के 17 हजार सदस्य हैं। इनकी कार्यशील पूँजी 20 करोड़ रुपये है। संस्था वित्तीय साक्षरता का कार्य निरंतर कर रही है। इंदौर जिले में ही राऊ में सहकारी क्षेत्र का सबसे बड़ा सात हजार मी. टन क्षमता का कोल्ड स्टोरेज संचालित करने वाली सहकारी शीतगृह संस्था ने 3 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया है। अलीराजपुर जिले की चाँदपुर की आदिम जाति सेवा सहकारी संस्था ने एक करोड़ से अधिक राशि का वितरण किया है। संस्था ने दो लाख रुपये का लाभ अर्जित किया है। संचालन श्री प्रेम द्विवेदी ने किया।