कांग्रेस सरकार में पुलिस हो गई असंवेदनशील,बच्चियों के साथ हो रही घटनायें
बच्चियों के अपराध पर पुलिस नहीं बरत रही गंभीरता
सिवनी। गोंडवाना समय।भाजपा सरकार के राज में महिलाओं में होने वाले अत्याचारों पर हंगामा करने वाली और भाजपा सरकार को कोसनी वाली कांग्रेस सरकार के राज में सिवनी जिले का पुलिस महकमा और उसकी कानून व्यवस्था बेलगाम हो गई है। बच्चियों के अपराधों पर संवेदनशीलता और गंभीरता बरतने की बजाय आरोपियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। दबाव बनाए बिना पुलिस सीधे तौर पर बच्चियों के मामले दर्ज नहीं कर रही है। इसके ताजा उदाहरण सिवनी जिले के थानों में सामने आ गए हैं। डूंडासिवनी थाना क्षेत्र में अपहरण के मामले में जहां पीड़ितों के खूले बयान के बावजूद पुलिस चार में से सिर्फ दो आरोपी बताकर दो आरोपियों को बचा रही है। वहीं घंसौर पुलिस छेड़खानी के आरोपी को पकड़ने की बजाय समझौते की पहल कर अपराध को बढ़ावा दे रही है। वहीं बंडोल थाने में भी दबाव के बाद अपराध दर्ज किया जाना साफतौर पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है।