बसपा की सरकार बनी तो पांचवी व छटी अनुसूचि का अक्षरश: होगा पालन
बहुजन समाज पार्टी मध्य प्रदेश में निकाल रही सत्ता परिवर्तन रैली
सिवनी। गोंडवाना समय। बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष उमाकांत वंदेवार ने जानकारी देते हुये बताया कि मध्य प्रदेश में सामाजिक परिवर्तन आर्थिक मुक्ति सत्ता प्राप्ति संकल्प यात्रा निकाली जा रही है । इस यात्रा के लिये जबलपुर जोन के प्रभारी एडव्होकेट नारायण सिंह पटेल, प्रदेश महासचिव जोन प्रभारी ज्ञानेश्वर गजभिये, इंजिनियमर महेंन्द्र लोकसभा प्रभारी बालाघाट की प्रमुख उपस्थिति में शनिवार 23 जनवरी को आमसभा का आयोजन कर रैली यात्रा निकाली गई । बहुजन समाज पार्टी के द्वारा आयोजित रैली में उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार के द्वारा चुपचाप जिस तरह से फैसले लिये जाकर उसे सख्ती के साथ लागू कराया जा रहा है वे देश के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग, अल्संख्यक मुस्लिम वर्गों पर खुला अत्याचार, अन्याय कर रही है ।
इसके लिये उन्होंने अपने वक्तव्यों ने कहा कि प्रमोशन में आरक्षण, 13 पार्इंट रोस्टर सहित, एससीएसटी एक्ट को कमजोर करने का प्रयास भी किया गया है और अनेक ऐसी नीतियों के माध्यम से शोषण कर रही है । वहीं उन्होंने यह भी कहा कि जो कार्यकलाप मध्य प्रदेश में भाजपा के राज में चल रहे थे उसी राह पर कांग्रेस की सरकार भी चल रही है । मुस्लिमों के साथ मध्य प्रदेश में रासूका के तहत कार्यवाही की जा रही है यह सब कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री कमलनाथ के राज में हो रहा है । भाजपा और कांग्रेस एक ही थैले के चट्टे बट्टे है । बसपा नेताओं ने कहा कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ व कांग्रेस सरकार किसानों के साथ छलावा कर रही है सभी किसानों का कर्जा माफ करने की घोषणा की गई थी लेकिन सिर्फ सहकारी बैंक का ही कर्ज माफ किया जा रहा है उन्होंने कहा कि कांग्रेस यदि किसानों का कर्जा माफ करने का अपने वचन पूरा करना चाहती है तो प्राईवेट बैंक से किसानों के द्वारा लिये गये कर्ज को भी माफ करना चाहिये ।
कोर्ट का सहारा लेकर सरकार कर रही आदिवासियों के साथ षडयंत्र
बहुजन समाज पार्टी के द्वारा आयोजित सत्ता परिवर्तन रैली में विशेष रूप से यह मुद्दा उठाया गया कि देश में आदिवासियों के मामले में चाहे कांग्रेस की सरकार रही हो या भाजपा की दोनो ने आदिवासियों को जल, जंगल, जमीन को बेदखल करने का काम किया है । जबकि पांचवी अनुसूचि के तहत उनकी जमीन से बेदखल नहीं किया जा सकता है लेकिन सरकार कोर्ट का सहारा लेकर आदिवासियों को उनकी मूल स्थान जल, जंगल, जमीन से बेदखल करने का काम कर रही है क्योंकि पूंजिपतियों की राह में सबसे बड़ी आदिवासी ही है जहां पर खनिज संपदा भरपूर है उन्हें वहां से हटाकर पूंजिपतियों का लाभ पहुंचाने का उद्देश्य सरकार का है और आदिवासियों को उनकी जल, जंगल, जमीन से बेदखल करने का षडयंत्र है । वहीं उन्होंने यह भी कहा कि बसपा की सरकार बनेगी तो पांचवी अनुसूचि व छटी अनुसूचित का पालन अक्षरश: कराया जायेगा ।
केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण सैनिकों को गवानी पड़ी जान
सार्वभौमिक न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के सर्वोच सिद्धांतों की सोच वाला, भारत का एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल बहुजन समाज पाटी है। इसका गठन मुख्यत: एक क्रांतिकारी सामाजिक और आर्थिक आंदोलन के रूप में काम करने के लिए किया गया है जो भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराझ्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आथिज्क और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतन्त्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समानता दिलाने, उनमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढाने के लिए कार्य करती है। कार्यक्रम के दौरान यह भी वक्ताओं ने कहा कि जैसा भारतीय संविधान की प्रस्तावना में वर्णित है। इसका गठन मुख्यत: भारतीय जाति व्यवस्था के अन्तर्गत सबसे नीचे माने जाने वाले बहुजन, जिसमें अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक शामिल हैं, ऐसे समाज का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया गया था। जिनकी जनसंख्या भारत देश में 85 प्रतिशत है वहीं उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा शासन काल में लोगों के साथ अन्याय हो रहा है सरकार की गलत नीतियों के कारण सैनिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी देश में महंगाई चरमसीमा पर है जिस पर किसी का लगाम नही है।
सत्ता परिवर्तन रैली के दौरान ये रहे मौजूद
बसपा जिला सिवनी अध्यक्ष उमाकांत वंदेवार, छिंदवाड़ा जिला अध्यक्ष राजू डेहरिया, जिला उपाध्यक्ष दिलीप सिसोदिया, किशोरीलाल भलावी जिला सचिव, मुन्नालाल चौधरी जिला सचिव, आर डी भगत जिला कोषाध्यक्ष, एडव्हाकेट सईद एहमद कुरैशी, विधानसभा केवलारी प्रेम चंद साहू, कैलाश डेहरिया विधानसभा अध्यक्ष केवलारी, मनोहर डेहरिया विधानसभा अध्यक्ष सिवनी, सुखचंद बोपचे, राजकुमार, विपत राम दांदरे, शैलेन्द्र कोसरे, ईश्वरी भारद्वाज, डॉ एल के देशभरतार, जागेश्वर बिसेन, सहित सैकड़ों की संख्या पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे ।