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रोजगार सहायक के फर्जीवाड़े में सचिव पर भी लटकी तलवार!

रोजगार सहायक के फर्जीवाड़े में सचिव पर भी लटकी तलवार!

रोजगार सहायक की नियुक्ति के लिए फोटोसॉप से बनाया था कम्प्यूटर डिप्लोमा

सिवनी। गोंडवाना समय। 
फोटोसॉप से कम्प्यूटर का डिप्लोमा बनाकर रोजगार सहायक के पद पर भर्ती हुई निवारी ग्राम पंचायत की रोजगार सहायक सरिता ठाकुर के फर्जीवाड़े में पंचायत सचिव पर रामस्वरूप  अड़कने पर भी कार्रवाई हो सकती है। रोजगार सहायक द्वारा नियुक्ति के दौरान फर्जी दस्तावेज लगाए जाने की शिकायत मिलने के बाद बरघाट सीईओ सुश्री मोनिका झारिया पंचायत इंस्पेक्टर की टीम गठित कर मामले की जांच करवा रही हैं अगर मामले की ईमानदारी और निष्पक्षता से जांच हो जाए तो जल्द ही रोजगार सहायक और नियुक्ति में शामिल रहे सचिव के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है। हालांकि सूत्रों की मानें तो सचिव जनपद की सीईओ और पंचायत इंस्पेक्टर पर उसके खिलाफ कार्रवाई न करने का दबाव बना रहा है।

कम्प्युटर से कर लिया सविता की जगह सरिता-

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार शासन द्वारा रोजगार सहायकों की भर्ती की गई थी जिसमें शासन ने मेरिट लिस्ट और मान्यता प्राप्त विश्व विद्यालय का कम्प्यूटर डिप्लोमा या डिग्री होने की शर्त रखी थी। जनपद पंचायत बरघाट के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत निवारी रोजगार सहायक की भर्ती के लिए सरिता ठाकुर ने भी आवेदन किया था।  सूत्र द्वारा बताया जाता  है सरिता ठाकुर ने अपनी बहन सविता ठाकुर के नाम का कम्प्यूटर डिप्लोमा ले जाकर गुपचुप और बड़े शातिर तरीके से फोटोसॉप से सविता की जगह सरिता लिखवाकर उक्त कम्प्यूटर डिप्लोमा को ग्राम पंचायत में लगा दिया। सूत्र बताते हैं कि पंचायत सचिव रामस्वरूप अड़कने ने भी लेनदेन कर सरिता ठाकुर के समस्त मूल अभिलेखों का मिलान कर लिया और वैध पाए गए का प्रमाण पत्र दे दिया गया था। बताया जाता है कि दोनों बहनों के कम्प्यूटर में एक ही क्रमांक लिखा होना जांच टीम को पाया गया है। हालांकि जांच टीम और जनपद की सीईओ अभी कुछ भी कहने से इंकार कर रही है।

शिकायत होने पर सामने आया मामला-

ग्राम पंचायत सिंगपुर  के खर्रापाठ निवासी लक्ष्मण सिंह टेम्भरे ने जब सरीता ठाकुर के रोजगार सहायक की नियुक्ति पर सवालिया निशान लगाते हुए शिकायत की।  लक्ष्मण सिंह टेम्भरे ने बताया कि सरिता ठाकुर ने अपनी बहन सविता ठाकुर के नाम का कम्प्यूटर डिप्लोमा लगाया है। फिर क्या था मामला जनपर पंचायत की सीईओ मोनिका झारिया ने पंचायत इंस्पेक्टर केवल सिंह परते को इस मामले की जांच सौंपी गई है। जिसका जल्द ही खुलासा हो सकता है।

सचिव बना रहा सीईओ और जांच टीम पर दबाव-

जनपद सूत्रों की मानें तो पंचायत सचिव रामस्वरूप अड़कने द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई न हो इसलिए जनपद सीईओ मोनिका झारिया और जांच टीम के पंचायत इंस्पेक्ट केवल सिंह परते पर दबाव डाल रहे हैं। बताया जाता है कि पंचायत सचिव रामस्वरूप अड़कने ने जनपद में एक आरटीआई के तहत कई ग्राम पंचायतों में हुई रोजगार सहायकों के दस्तावेज भी मांगे है। ताकि वे दबाव बना सके।  सूत्र बताते हैं कि रामस्वरू अड़कने सचिव  संघ के बरघाट क्षेत्र के पदाधिकारी भी है।

इनका कहना है

मैंने राजगार सहायक की नियुक्ति में कोई फर्जीवाड़ा नहीं किया है और न ही सीईओ पर दबाव बनाया जा रहा है।

रामस्वरूप अड़कने,सचिव आमागढ़


कम्प्यूटर डिप्लोमा की रिपोर्ट आने वाली है। सरिता ठाकुर द्वारा लगाया गया कम्प्यूटर डिप्लोमा संदेहस्पद है। सविता और सरिता दोनों बहन  के डिप्लोमा में एक ही क्रमांक है जो हो ही नहीं सकता है। कम्प्यूटर की जांच रिपोर्ट  आने के बाद पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा।

केवल सिंह परते, पंचायत इंस्पेक्टर बरघाट


हमारे ऊपर कोई दबाव नहीं बनाया जा रहा है। हालांकि रामस्वरूप अड़कने ने आरटीआई लगाकर दस्तावेज मांगे है जो कोई भी मांग सकता है।जांच में दोषी होंगे तो कार्रवाई की जाएगी

मोनिका झारिया, सीईओ जनपद पंचायत बरघाट


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